दिवाली, जिसे दिवाली या दीपावली भी कहा जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। यह हिंदू कैलेंडर का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और प्रकाश पर अंधकार की जीत का प्रतीक है। दीपावली को कई नामों से जाना जाता है, जिनमें “दीपों का त्योहार”, “लक्ष्मी पूजा”, “नवरात्रि का समापन”, “भैया दूज” और “छोटी दिवाली” शामिल हैं।
दिन 1: धनतेरस 2023 की तारीख
धनतेरस दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है। 2023 में धनतेरस 10 नवंबर को शुक्रवार को मनाई जाएगी। धनतेरस का शुभ मुहूर्त 10 नवंबर को दोपहर 05 बजकर 47 मिनट से शुरू होगा और 09 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगा।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस को धन और समृद्धि का त्योहार माना जाता है। इस दिन लोग नए सामान, जैसे सोना, चांदी, और इलेक्ट्रॉनिक्स खरीदते हैं। लोग अपने घरों को साफ-सुथरा और सजाते हैं। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो आयुर्वेद के देवता हैं।
दिन 2: नरक चतुर्दशी
भारत में नरक चतुर्दशी महोत्सव
नरक चतुर्दशी दिवाली का दूसरा दिन है और राक्षस नरकासुर पर भगवान कृष्ण की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन, हिंदू भी अपने घरों को साफ करते हैं और मुख्य दिवाली समारोह की तैयारी करते हैं।
दिन 3: दिवाली 2023 की तारीख
हिंदू पंचांग के अनुसार, 2023 में दिवाली 12 नवंबर को रविवार को मनाई जाएगी। दिवाली का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा और 13 नवंबर को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगा।
दिन 4: गोवत्स द्वादशी
भारत में गोवत्स द्वादशी महोत्सव
गोवत्स द्वादशी दिवाली का चौथा दिन है और गायों की पूजा करने के लिए मनाया जाता है, जिन्हें हिंदू धर्म में पवित्र जानवर माना जाता है। इस दिन, हिंदू अपने मवेशियों की भलाई के लिए प्रार्थना भी करते हैं।
दिन 5: भाई दूज
भारत में भाई दूज त्यौहार
भाई दूज, जिसे यमद्वितीया भी कहा जाता है, दिवाली का पांचवां और अंतिम दिन है। इस दिन, भाई-बहन अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं।
दिवाली की तैयारी
दिवाली के लिए घरों को साफ-सुथरा और सजाया जाता है। लोग नए कपड़े खरीदते हैं और मिठाइयां और अन्य उपहार खरीदते हैं। दिवाली की पूर्व संध्या पर, लोग धनतेरस पर खरीदारी करते हैं और लक्ष्मी पूजा करते हैं।
दिवाली का महत्व
दीपावली हिंदू धर्म के कई महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह अंधकार पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई की जीत और शुभता की शुरुआत का प्रतीक है। दीपावली का त्योहार धन, समृद्धि, और परिवार और दोस्तों के साथ एकजुटता का भी प्रतीक है।
दिवाली की परंपराएं
दीपावली के दिन, लोग अपने घरों और मंदिरों में दीपक जलाते हैं। वे पटाखे और आतिशबाजी भी चलाते हैं। लोग एक-दूसरे को मिठाइयां और उपहार देते हैं। दीपावली के दिन, लोग अपने प्रियजनों के घर जाते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं।
दिवाली एक खुशी का त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है। यह एक ऐसा समय है जब लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ एकजुटता और खुशी का आनंद लेते हैं।
धनतेरस की परंपराएं
धनतेरस के दिन, लोग निम्नलिखित परंपराएं निभाते हैं:
- सोना, चांदी, और अन्य नए सामान खरीदना।
- भगवान धन्वंतरि की पूजा करना।
- अपने घरों को साफ-सुथरा और सजाना।
- मिठाइयां और अन्य उपहार खरीदना।
दिवाली की परंपराएं
दिवाली के दिन, लोग निम्नलिखित परंपराएं निभाते हैं:
- अपने घरों और मंदिरों में दीपक जलाना।
- पटाखे और आतिशबाजी चलाना।
- एक-दूसरे को मिठाइयां और उपहार देना।
- अपने प्रियजनों के घर जाना और उनका आशीर्वाद लेना।